Monday, February 09, 2009

घर

वही जहाँ अपनापन मिले
बाकि बस चार दिवारी है
दो बोल हंस के आप बोलिए
दो कोई और बोले
तोह दुनिया सुनहरी तुम्हारी है

(वास प्लेयिंग विद वोर्ड्स। इंग्लिश इन हिन्दी इस फुनी)

2 comments:

Sangeetha said...

funny ko tune fooony likha hai.. lolls nw tht funny :P
nice poem man! n yep well said :D

anshul said...

वही जहाँ अपनापन मिले
बाकि बस चार दिवारी है

I might have read something similar somewhere, oh well.