मैंने खनखनाती धुप देखि
सनसनाती बर्फीली हवाएं झेलीं
इधर टकराया उधर गिरा
कभी फिसला कभी फिरा
ऐसे दिन गया रात आई
पूछो मत कितनी थकन आई
और अब दे न बहार कुछ भी दिखाई
पर अब भी गब्बर सिंह
चक्की पीसिंग
चक्कं पीसिंग
(maay de snovboarding tude, a phev laains)
(I wrote it, translated to hindi in blogger and retranslated to english. This is what it became from "my day snowboarding today, a few lines").
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